Sthal Mandal GK Question Answer in Hindi PDF
Important Question about World Continent
दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको विश्व के भूगोल के बारे में बताएंगे जैसे स्थलमंडल संबोधित बहुत महत्वपूर्ण Question and Answer अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते रहते हैं, इसी को ध्यान में रखकर आज हम अपने विद्यार्थियों के लिए Sthal Mandal GK से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर को लेकर आए हैं जिनसे तय है परीक्षा में एक से दो नंबर आने का, इसलिए आप सभी विद्यार्थी हमारे द्वारा बनाए गए World Geography – Lithosphere General Knowledge Questions and Answers को एक बार अच्छे से जरूर पढ़ लीजिएगा :-
इन सभी परीक्षाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है स्थलमंडल संबंधित प्रश्न उत्तर :-
- Railway RRB
- SSC
- Bank
- TET Exams
- MPPSC
- UPPCS
- UPSSC
- BPSC
- RAS
- CGPSC
- Vyapam
- Police
- MPSI
तो आप सभी इन Questions को अच्छे से पढिये और याद कर ले !
Sthal Mandal GK : स्थलमंडल किसे कहते हैं सवाल और जवाब हिंदी में :-
- प्रशांत महासागरीय प्लेट का क्षेत्रफल कितना है– 103.3 लाख वर्ग किमी
- इंडो-ऑस्ट्रेलियन-न्यूजीलैंड प्लेट का क्षेत्रफल कितना है– 47.2 लाख वर्ग किमी
- अफ्रीकी प्लेट का क्षेत्रफल कितना है– 78 लाख वर्ग किमी
- अफ्रीकी प्लेट के अंतर्गत क्या शामिल है– पूर्वी अटलांटिक तल
- यूरेशियाई प्लेट का क्षेत्रफल कितना है– 67.8 लाख वर्ग किमी
- यूरेशियाई प्लेट के अंतर्गत क्या शामिल है– पूर्वी अटलांटिक महासागरीय तल
- कोकोस प्लेट मध्यवर्ती अमेरिका और किस प्लेट के बीच स्थित है– प्रशांत महासागरीय प्लेट
- स्कॉटलैंड में हिम गह्वर को क्या कहते हैं– कौरी
- नार्वे में हिम गह्वर को क्या कहते हैं– बोटन
- सर्क रूपी बेसिनमें जल भरने पर एक लघु झील का निर्माण होता है, इसे क्या कहते हैं– टार्न
- स्विटजरलैंड में आल्पस पर्वत की मैटर हार्न नामक नुकीली शिखर का क्या नाम पड़ा– गिरिश्रृंग
- गिरिश्रृंग किस आकार की होती है– पिरामिडीय
- अरेत या तीक्ष्ण कंटक को अमेरिका में क्या कहते हैं– कंकट कटक
- दक्षिण अमेरिका व प्रशांत महासागरीयप्लेट के बीच कौन-सी प्लेट स्थित है– नजका
- अरेबियन प्लेट में अधिकतर कौन-सा भू-भाग सम्मिलित है– अरब प्रायद्वीप
- कौन-सी प्लेट एशिया महाद्वीप और प्रशांत महासागरीय प्लेट के बीच स्थित है– फिलिपीन प्लेट
- विमुख ढाल पर हिम सरलता से उतर जाता है, यहाँ उत्पन्न मंद व सम ढाल क्या कहलाता है– पुच्छ
- सर्वप्रथम 1804 में मेष शिला या भेड़ पीठिका नामकरण किसने किया– डी. सॉसर
- हिमपात्र एवं सोपान को क्या कहते हैं– दैत्याकार सोपान
- सोपानों की तरह श्रृंखला में पायी जाने वाली झील को क्या कहते हैं– पेटरनॉस्टर झील
- निमग्न हिमानीकृत घाटियाँ क्या है– फियोर्ड
- पार्श्विक हिमोढ़ कितने ऊँचे होते हैं– 10 मीटर
- प्रतिसारी हिमोढ़ किसे कहते हैं– अंतिम हिमोढ़
- हिमनदी द्वारा निर्मित गोलाश्म मृत्तिका की एक लंबी, चिकनी और अंडाकार पहाड़ी को क्या कहते हैं– ड्रमलिन
- पिघलते हुए हिमनद के जल द्वारा निक्षेपित बालू और बजरी के रूक्ष स्तरीय अनियमित शंक्वाकार टीलों को क्या कहते हैं– केम
- एस्कर के मध्य में उभरे कठोर शैलों के टीले से बनी आकृति के कारण इसे क्या कहते हैं– मणिकामय एस्कर
- कौन-सी प्लेट गिनी के उत्तर में फिलिपियन व इंडियन प्लेट के बीच स्थित है– कैरोलिन प्लेट
- कौन-सी प्लेट ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पूर्व में स्थित है– फ्यूजी प्लेट
- कौन-सी सबसे छोटी प्लेट जो प्रशांत प्लेट के उत्तर-पश्चिम में स्थित है– जुआन डी फुका प्लेट
- अपसरण क्षेत्र की कौन-सी विशेषता है– सक्रिय ज्वालामुखी का उद्भव
- किन सीमाओं पर ज्वालामुखी का उद्भव, गहरी सागरीय खाई, द्रोणियाँ वलित पर्वतों की रचना होती है– अभिसरण क्षेत्र
- प्लेटें एक-दूसरे के विपरीत दिशा में साथ-साथ कहाँ खिसकती है– रूपांतर भ्रंश
- किस कटक की प्रवाह दर सबसे कम (5 सेमी प्रति वर्ष से भी कम) है– आर्कटिक
- किस प्लेट में प्रायद्वीपीय भारत और ऑस्ट्रेलिया महाद्वीपीय भाग सम्मिलित है– भारतीय प्लेट
- भारतीय प्लेट के एशियाई प्लेट की तरफ प्रवाह के दौरान लावा प्रवाह से किसका निर्माण हुआ– दक्कन ट्रैप
- वह (दक्कन ट्रैप) घटना कितने वर्ष पूर्व आरंभ हुई– लगभग 6 करोड़
- क्रिटैशियस युग में मुख्यतया कौन-से दो स्थल भाग थे– लॉरेशिया तथा गोंडवानालैंड
- टेलर ने स्थल प्रवाह का मुख्य कारण किसे बताया है– ज्वारीय बल
- वेगनर ने इस स्थल पिंड का नामकरण क्या किया है– पैंजिया
- वेगनर ने इसके चारों ओर विशाल जल भाग को क्या नाम दिया है– पैंथालासा
- ‘भौगोलिक चक्र समय की वह अवधि है जिसके अंतर्गत उत्थित भूखंड अपरदन के प्रक्रम द्वारा प्रभावित होकर एक आकृतिविहीन समतल मैदान में बदल जाता है।” किसने कहा था– विलियम्स मोरिस डेविस
- ”स्थल रूप संरचना, प्रक्रम तथा समय का प्रतिफल होता है”, किसने कहा– डेविस
- संरचना, प्रक्रम तथा समय को किस नाम से जाना जाता है– डेविस के त्रिकूट
- डेविस की भौगोलिक चक्र संकल्पना को जर्मनी के किस विद्वान ने अस्वीकार किया– वाल्टर पेंक
- पेंक ने स्थलरूपों के विकास के नए मॉडल का प्रतिपादन किया नाम से किया– Morphological System
- ”स्थलरूप संचरना, प्रक्रम तथा अवस्था का प्रतिफल न होकर उत्थान की दर तथा अपरदन की दर के बीच अनुपात का प्रतिफल है।” किसने कहा है– वाल्टर पेंक
- स्थल स्वरूप की संकल्पना पेडीप्लनेशन चक्र के रूप में किसने की– एल.सी.किंग
- परिहिमानी अपरदन-चक्र की संकल्पना किसने दी थी– पेल्टियर
- गतिक संतुलन सिद्धांत की संकल्पना किसने दी थी– स्ट्रालर, हैक एवं चोर्ले
- कार्स्ट अपरदन चक्र की संकल्पना किसने की– वीदी
- अपरदन का सामान्य अभिकर्ता कौन है– प्रवाहित जल
- नदी अपरदन चक्र की युवावस्था की प्रमुख घटना कौन-सी है– सरिता अपहरण (Stream piracy)
- किस अवस्था में प्रवेश करते ही नदी के द्वारा निक्षेप कार्य अधिक होने लगता है– प्रौढ़ावस्था
- नदी की किस अवस्था में यत्र-तत्र चापाकार झीलें दृष्टिगोचर होती है– वृद्धावस्था
- आकार के अनुसार V-आकार की घाटियों के कितने वर्ग हैं– गार्ज तथा कैनियन
- बीहर नदी पर कौन-सा प्रसिद्ध गार्ज है– चचाई
- महाना नदी पर कौन-सा प्रसिद्ध गार्ज है– केवटी
- टोंस नदी पर कौन-सा प्रसिद्ध गार्ज है– पुरवा
- नर्मदा नदी पर कौन-सा प्रसिद्ध गार्ज है– भेड़ाघाट संगमरमरी
- गार्ज के विस्तृत रूप को क्या कहते हैं– कैनियन या कंदरा
- विश्व प्रसिद्ध कोलोरेडो नदी का ग्रांड कैनियन कहाँ स्थित है– सं. रा. अमेरिका
- नदी के नवोन्मेष या पुनर्युवन की परिचारिका कौन कहलाती है– नदी वेदिकाएँ
- नदी वेदिकाओं के विभाजित रूप कौन-से हैं– जलोढ़ वेदिका, स्ट्राथ वेदिका
- एक नदी विसर्प की लंबाई, नदी की चौड़ाई से कितने गुना अधिक होती है– 15 से 18 गुना
- जब नदियाँ अपने विसर्प को छोड़कर सीधे प्रवाहित होने लगती हैं तब नदियों का विसर्प अवशिष्ट भाग क्या कहलाता है– छाड़न या गोखुर झील
- क्षैतिज अपरदन तथा निक्षेप दोनों मिलकर किसका निर्माण करते हैं– सम्प्राय मैदान
- नदी के जिस भाग में जलधारा का प्रवाह साधारण वेग से अधिक होता है, तो उसे क्या कहते हैं– क्षिप्रिका
- नदी की प्रौढ़ावस्था में प्रवेश करने के सूचक कौन होते हैं– जलोढ़ शंकु
- जलोढ़ पंख एवं जलोढ़ शंकु में मुख्य अंतरक्या है– आकार का
- गुम्फित नदी किस धारा का स्वरूप है– पंख के शीर्ष की धारा
- संयुक्त जलोढ़ पंख के परस्पर मिलने से किस विस्तृत मैदान की रचना होती है– गिरिपदीय जलाढ़ मैदान
- प्राकृतिक तटबंध की सामान्यत: कितनी ऊँचाई होती है– 10 मीटर
- नदी के अंतिम भाग का वह समतल मैदान कौन-सा है, जिसका ढाल सागर की ओर होता है– डेल्टा
- सर्वप्रथम डेल्टा शब्द का प्रयोग नील नदी के मुहाने पर हुए निक्षेपात्मक स्थ्ालरूप के लिए किसने किया था– हेरोडोटस
- नदी की मुख्य धारा के द्वारा पदार्थों का निक्षेप दोनों किनारों की अपेक्षा बीच में अधिक होने पर किसका निर्माण होता है– चापाकार डेल्टा
- चापाकार डेल्टा का आकार वृत्त के चाप या धनुष के समान होने पर इसे क्या कहा जाता है– धन्वाकार डेल्टा
- पंजाकार डेल्टा का सर्वोत्तम उदाहरण कौन-सा है– मिसीसिपी नदी का डेल्टा
- नदियों की एस्चुअरी के भर जाने से निर्मित लंबे तथा सँकरे डेल्टा को क्या कहते है– ज्वारनदमुख
- ह्वांगहो नदी किस तरह के कई डेल्टा का निर्माण कर चुकी है– परित्यक्त डेल्टा
- जब नदी द्वारा निर्मित डेल्टा का सागर की ओर निरंतर विस्तार होता है, तो उसे क्या कहते हैं– प्रगतिशील डेल्टा
- गंगा का डेल्टा तथा मिसीसिपी का डेल्टा किस प्रकार के हैं– प्रगतिशील डेल्टा
- जब डेल्टा का विस्तार रूक जाता है, तो उसे क्या कहते हैं– अवरोधित
- किसके अनुसार ‘हिमानी’ किम की एक ऐसी राशि है जो धरातल पर संचय के स्थान से धीरे-धीरे खिसकती है– वारसेस्टर
- उच्च पर्वत तथा उच्च अक्षांश किसका कार्यक्षेत्र होते हैं– हिमानी
- जल गर्तिका का निर्माण किसके द्वारा किया जाता है– हिमानी द्वारा
- हिमक्षेत्र की निचली सीमा को क्या कहते हैं– हिमरेखा (Snowline)
- भूमध्य रेखा एवं एंडीज पर हिमरेखा कितनी ऊँचाई पर पाई जाती है– 5500 मीटर
- हिमचादर का लघुरूप किसे माना जाता है– हिमटोपी
- विस्तृत हिमचादर को क्या कहते हैं– महाद्वीपीय हिमानी
- वर्तमान समय में व्यापक महाद्वीपीय हिमानियाँ कौन-सी है– ग्रीनलैंड तथा अंटार्कटिका
- आल्पस में हिमानियों का विशेष अध्ययन होने के कारण इन्हें क्या कहा गया है– अल्पाइन
- अलास्का की गिरिपदीय हिमानी का क्या नाम है– मेलास्पिना
- पश्चिमी ग्रीनलैंड में कौन-सी गिरीपदीय हिमानी है– फ्रेडरिक शाब
- अंटार्कटिका में कौन-सी गिरिपदीय हिमानी है– वटरपाइंट
- इंग्लैंड में यू आकार की कौनसी घाटी है– रेडियल घाटी
- कैलीफोर्निया में यू आकार की कौनसी घाटी है– योसेमाइट
- स्विट्जरलैंड में यू आकार की कौनसी घाटी है– लॉटरब्रुनेन
- जर्मनी में हिम गह्वर को क्या कहते हैं– कार
- वेल्स में हिम गह्वर को क्या कहते हैं– क्रम
- पहाड़ी के दोनों ओर विकसित सर्क परस्पर मिलने पर मध्य की दीवार टूटने पर टीलों के आर-पार खुले भाग को क्या कहते हैं– कॉल/हिमनी दर्रा
- भूपटल और उसके नीचे की मैंटल परत सम्मिलित रूप से क्या कहलाती है– स्थलमण्डल
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- स्थलमण्डल क्रमश: कितनी बड़ी और छोटी भू-प्लेटों में विभक्त है– 6 बड़ी, 20 छोटी
- भू-प्लेटों की औसत मोटाई कितने किमी है– 100
- इन भू-प्लेटों पर स्थलाकृतियों का निर्माण किनके द्वारा होता है– विवर्तनिकी
- अंटार्कटिक प्लेट का क्षेत्रफल कितना है– 60.9 लाख वर्ग किमी
- अंटार्कटिक प्लेट के अंतर्गत क्या शामिल है– अंटार्कटिक से घिरा महासागर
- उत्तरी अमेरिकी प्लेट का क्षेत्रफल कितना है– 75.9 लाख वर्ग किमी
- उत्तरी अमेरिकी प्लेट के अंतर्गत क्या शामिल है– पश्चिमी अंधमहासागरीय तल
- दक्षिणी अमेरिकी प्लेट को पश्चिमी अटलांटिक तल समेत और कौन इसे पृथक करते हैं– उत्तरी अमेरिकी प्लेट व कैरेबियन द्वीप
- नुनाटक को अन्य क्या नाम दिया गया है– हिमांतर द्वीप
- हिमानी के प्रवाह मार्ग में स्थित ज्वालामुखी प्लेट, बेसाल्ट या अन्य कोई शिला के सम्मुख ढाल पर हिम की घर्षण क्रिया से बने ऊबड़-खाबड़ ढाल को क्या कहते हैं– श्रृंग
- केम के विपरीत कौन-से गर्त होते हैं– केटिल
- केटिल की रचना किस प्रकार होती है– बड़े हिमखंडों के पिघलने से
- हिमानी धौत को अन्य किस नाम से जानते हैं– अवक्षेप मैदान
- किस पूर्ववत् घाटी में हिमानी अपक्षय द्वारा चराव होने से उत्पन्न विशिष्ट आकृति को क्या कहते हैं– वैली ट्रेन
- पवन के अपघर्षण कार्य द्वारा किसका निर्माण होता है– यारडांग
- पवन खिड़की को अन्य क्या कहा जाता है– पवन वातायन
- तीन फलक वाले बोल्डर को क्या कहते हैं– ड्राइकांटर
- आठ अपघर्षित फलक वाले बोल्डर को क्या कहते हैं– वेंटीफैक्टर
- जालीदार शैल को अन्य किस नाम से जानते हैं– अहिश्मक जालक
- छत्रक शिला को सहारा के रेगिस्तान में क्या कहा जाता है– गारा
- जर्मनी में छत्रक शिला को किस नाम से संबोधित करते हैं– पिट्जफेल्सन
- छत्रक शिला को अन्य किस नाम से संबोधित करते हैं– पेडस्ट शैल
- वातगर्त का आकार कैसा होता है– तश्तरीनुमा
- किन मरूस्थलों में ऐसी आकृतियाँ बनती है– सहारा, कालाहारी, गोबी
- इंसेलबर्ग क्या कहलाते हैं– दीपाभगिरि
- दीपाभगिरि की आकृति किस प्रकार की होती है– पिरामिडीय
- मरूस्थलीय क्षेत्र में प्रतिरोधी एवं कठोर शैलों के सपाट मेजनुमा स्तरित शैलपिंड क्या है– ज्यूजेन
- बालुका स्तूप के समूह को अन्य क्या नाम दिया गया है– स्तूप श्रृंखला
- अवरोधक शिला के कुछ पूर्व जब रेत का ढेर एकत्रित हो जाता है, तो क्या कहलाता है– प्रगति स्तूप
- अनुप्रस्थ स्तूप का कौन-सा रूप है– बरखान
- बरखान किस आकार के होते हैं– अर्द्धचंद्राकार या चापाकार
- पवन द्वारा उड़ाए गए धूल-कणों के निक्षेप से किसका निर्माण होता है– लोयस
- इनका नामकरण फ्रांस के अलसेस प्रांत में किस गाँव में निर्मित आकृति के आधार पर हुआ है– लोयस
- पवन के बहने से मरूस्थल की रेतीली सतह पर सागरीय तरंगों की भाँति लहरदार बने चिन्ह क्या कहलाते हैं– उर्मिकाएँ
- बालुका कगार की नाप कितनी होती है– 150 फीट ऊँची,2 मील चौड़ी, 10 मील लंबी
- बालुका आवरण के रूप में लीबिया की सेलिमा शीट कितनी विस्तृत है– 30 वर्ग मील
- उत्तरी अमेरिका में ब्राइस नेशनल पार्क किसका उदाहरण है– उत्खात भूमि
- पर्वतों से घिरे हुए मरूस्थलीय बेसिन को सं.रा. अमेरिका तथा मैक्सिको में क्या कहते हैं– बोल्सको
- प्लाया में चमकीले नमक के निक्षेप होने पर उन्हें क्या कहते हैं– अल्कली फ्लैट
- अधिक नमक वाले निक्षेप क्या कहलाते हैं– सैलीना या लवणकच्छ
- पेडिमेंट की रचना किसके द्वारा होती है– अपक्षय व नदीय अपरदन
- अपरदन से निर्मित होने के कारण पेडिमेंट की सतह कैसी होती है– विषम
- कौन-से मंद ढालयुक्त मैदान, प्लाया तथा पेडिमेंट के मध्य स्थित होते हैं– बजादा
- तरंगों द्वारा अपरदन के कारण तट रेखा के सहारे किसका निर्माण होता है– क्लिफ
- लैपीज को जर्मन भाषा में क्या कहते हैं– कारेन
- लैपीज को अंग्रेजी भाषा में क्या कहते हैं– स्लीण्ट तथा ग्राइक
- लैपीज को संर्बिया भाषा में क्या कहते हैं– बोगाज
- घोलरंध्र बड़े आकार के होने पर क्या कहलाते हैं– डोलाइन
- कार्स्ट झील का उदाहरण कौन सा है– एलागुआ झील (फ्लोरिडा)
- उथला और विस्तृत बेसिन क्या कहलाता है– घोल पटल
- डोलाइन की ऊपरी छत के ध्वस्त हो जाने से क्या बनते हैं– युवाला
- भूमिगत जल की घुलन क्रिया एवं अपघर्षण द्वारा क्या बनती है– कंदरा या गुफा
- चूनापत्थर से निर्मित कंदराओं में सभी प्रकार के निक्षेपों को सम्मिलित रूप से क्या कहा जाता है– स्पीलिथोथेम
- स्पीलिथोथेम का प्रमुख संघटक क्या है– कैल्साइट
- कन्दरा की छत पर पदार्थ का निक्षेप स्तंभ के रूप में नीचे की ओर विकसित होने पर क्या कहलाता है– स्टैलेक्टाइट
- स्टैलेक्टाइट को अन्य किस नाम से जानते हैं– आकाशी स्तंभ
- फर्श पर स्तंभ की आकृति बनकर ऊपर की ओर विकसित होने पर क्या कहलाती है– स्टैलेग्माइट
- तटीय भागों में कोमल तलछटी तथा लंबवत् स्तरों वाली शैलों पर किसका निर्माण होता है– सागरीय भृगु
- लघु निवेशिका की आकृति कैसी होती है– अंडाकार
- कंदरा की छत का कुछ भाग टूट जाने पर बनी सँकरी छोटी खाड़ी क्या कहलाती है– जिओ
- समुद्र के भीतर प्रविष्ट शैल के आर-पार छिद्र होने पर बने विशाल द्वार को क्या कहते हैं– मेहराब
- मेहराब की छत टूट जाने पर दीवार स्तंभ के रूप में रह जाती है, उसे क्या कहते हैं– स्कैरी / स्टेक
- तट पर तरंगों के टकराव के कारण लटकती हुई या सागरीय भृगु के सामने जल के भीतर बना चबूतरा क्या कहलाता है– वेदिका / तरंग घर्षित मैदान
- सागरीय तट के सहारे मलबे के निक्षेप से बने स्थल के रूप को क्या कहते हैं– पुलिन
- उच्च तथा निम्न ज्वारतल के बीच वाले स्थानों में किसका निर्माण होता है– पुलिन
- तरंगों तथा धाराओं निर्मित कटक या बाँध को क्या कहा जाता है– रोधिका
- शुष्क उष्णकटिबंधीय भागों के तटीय भागों में सपाट निक्षेप जनित तटों को क्या कहते हैं– सबखा
- सबखा को अन्य किस नाम से जानते हैं– साल्ट फ्लैट
- तटीय तरभाग का निर्माण कहाँ होता है– स्पिट या रोधिका के पीछे
- तरभाग की प्रमुख विशेषता कहाँ पर है– मैंग्रोव वन
- किसी द्वीप के चारों तरफ स्पिट का विकास होने पर क्या कहलाता है– लूपरोधिका
- सागरीय मलबे का निक्षेप रोधिका के रूप में जल की ओर निकला होने पर क्या कहलाता है– स्पिट या यूजिह्वा
- ओडि़शा तट पर चिल्का झील के मुख में कितनी लंबी स्पिट का विकास हुआ है– 50 किमी
- पुलिकट झील के पूर्व में कितनी लंबी स्पिट का विकास हुआ है– 60 किमी
- अत्यधिक प्रसिद्ध स्पिट कौन-सी है– रामेश्वर स्पिट
- संयोजक रोधिका को अन्य किस नाम से जानते हैं– टोम्बोलो
- दो संलग्न रोधिकाओं के परस्पर मिल जाने पर किसका निर्माण होता है– उभयाग्र रोधिका
- उभयाग्र रोधिका अन्य किस नाम से जानी जाती है– डंगनेस
- महाद्वीपीय क्लिफ से सागर की ओर का शुष्क स्थलीय भाग क्या कहलाता है– तट
- तट से आगे महाद्वीपीय मग्न ढाल का जो भाग जलमग्न रहता है, क्या कहलाता है– किनारा
- ज्वार के समय यह किनारा क्या कहलाता है– उच्च किनारा
- भाटा के समय यह किनारा क्या कहलाता है– निम्न किनारा
- जॉनसन ने समुद्री किनारों की संख्या कितनी बताई– 4
- सागर तट पर नदी घाटियों के जलमग्न होने से क्या बनते हैं– ज्वारनदमुख
- हिमानियों द्वारा निर्मित घाटियों के जलमग्न होने पर कौन-से तट बनते हैं– फियोर्ड
- डाल्मेशियन तट कहाँ से तट से विख्यात हुए– यूगोस्लाविया
- पूर्वी एशिया तट एवं फ्रांस का गरोन (सोमरसेटशायर) तट किसके उदाहरण हैं– हैफ तट
- हिम युग के दौरान जल की कमी अथवा पटलविरूपण द्वारा किनारे की भूमि के उन्मज्ज में कौन-से किनारे उत्पन्न होते हैं– उन्मग्न समुद्री किनारा
- जलमग्न तट या उन्मग्नता से प्रभावित क्षेत्रों में कौन-से तट स्थित होते हैं– तटस्थ समुद्री किनारा
- पृथ्वी की सतह से नीचे भूपृष्ठीय चट्टानों के छिद्रों तथा दरारों में स्थित जल को क्या कहते हैं– भूमिगत जल
- भूमिगत जल को अन्य किस नाम से जानते हैं– अध:तल जल
- कार्स्ट शब्द की उत्पत्ति यूगोस्लाव भाषा के किस शब्द से हुई है– क्रास(Croas)
- क्रास का अर्थ किससे है– चूनें के प्रदेश
- चूने के प्रदेश कहाँ पर स्थित है– एड्रियाटिक तट पर
- एड्रियार्टिक चूने के प्रदेश की लंबाई और चौड़ाई कितनी है– 480 किमी लंबा,80 किमी चौड़ा
- लैपीज किस भाषा का शब्द है– फ्रांसीसी
- एक अनाच्छादन प्रक्रिया जिसमें धरातल से शैलों की परतें उखड़ती हैं, इसके लिए क्या शब्द है– अपदलन
- भूतल पर स्थित वह बिंदु क्या कहलाता है जो भूकंप केंद्र के ठीक ऊपर हो– अधिकेंद्र
- नदी के पुनर्युवन के कारण पूर्व नदी विसर्प में निम्न अपरदन द्वारा बना गहरा एवं संकरा विसर्प क्या कहलाता है– अध:कर्तित विसर्प
- स्टैलेक्टाइट एवं स्टैलेग्माइट एक-दूसरे की ओर बढ़ते हुए जिस स्तंभ की रचना करते हैं, वह कहलाता है– गुहा–स्तंभ
- स्तंभ का निर्माण आर्द्रता युक्त सतह पर किसी भी दिशा में होता है, तो उसे क्या कहते हैं– हेलिक्टाइट
- ठोस कण के चारों ओर पदार्थ एकत्रित होकर कैलिसयम कार्बोनेट का निक्षेप करते हैं, इसे क्या कहते हैं– संग्रथन
- जब शैल संधियों में खनिजों का निक्षेप होता है तथा गौण आकृतियाँ बनती हैं, तो इन्हें क्या कहते हैं– शिराएँ
- पवन, बहते जल या हिमनद द्वारा घर्षण में अपरदन क्रिया हेतु क्या शब्द है– अपघर्षण
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